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Showing posts from November, 2020

मध्य प्रदेश के वन्य जीव अभ्यारण (Wildlife Sanctuary of Madhya Pradesh )

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  1. सिन्धौरी अभ्यारण :- क्षेत्रफल :- 288 वर्ग किलोमीटर  जिला :- रायसेन   वन्य प्राणी :- बाघ, संभार, तेंदुआ, चीतल, कृष्णमृग, चिंकारा  2. संजय (डुबरी) अभ्यारण :- क्षेत्रफल :- 364.59 वर्ग किलोमीटर  जिला :- सीधी वन्य प्राणी :-  बाघ, संभार, तेंदुआ, चीतल, कृष्णमृग, चिंकारा, नीलगाय, मुन्जक हिरन  3. रातापानी अभ्यारण :- क्षेत्रफल :-   688.79 वर्ग किलोमीटर जिला :- रायसेन  वन्य प्राणी :-  बाघ, संभार, तेंदुआ, चीतल   4. फेन अभ्यारण :- क्षेत्रफल :-  110.74 वर्ग किलोमीटर जिला :- मंडला वन्य प्राणी :- बाघ, तेंदुआ, सांभर, चीतल, मुन्जक हिरन  5. पेंच अभ्यारण :-  क्षेत्रफल :- 449.39 वर्ग किलोमीटर  जिला :- सिवनी/छिंदवाड़ा वन्य प्राणी :- बाघ, सांभर, चीतल, नीलगाय, तेंदुआ, गौर, जंगली मुर्गी  6. बोरी अभ्यारण :- क्षेत्रफल :- 518 वर्ग किमी जिला :- होशंगाबाद वन्य प्राणी :-  बाघ, तेंदुआ, सांभर, चीतल , भालू, गौर ,मुन्जक हिरन, नीलगाय  7. सोन अभ्यारण :- क्षेत्रफल :- 209 वर्ग किमी  जिला :- सीधी/शहडोल वन्य प्राणी :- मगर, घ...

मध्य प्रदेश के पर्वत और पठार (Mountains and plateaus of Madhya Pradesh)

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                                 Madhya Pradesh Mountains                           ( मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्वत )   मध्यप्रदेश का अधिकतर भाग दक्कन पठार के अंतर्गत आता है यही कारण है कि प्रदेश का आधे से अधिक भाग पठारी है लेकिन प्रदेश में जगह-जगह ऊंचे-नीचे पर्वत भी पाए जाते हैं | ये भी जरुर पढ़े :- *  यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल मध्यप्रदेश के स्थान |   *  मध्यप्रदेश की प्रमुख जनजातियाँ मध्य प्रदेश के पर्वत एवं पर्वत श्रृंखलाए :- 1. विंध्यांचल - सद्भावना शिखर  2 . सतपुड़ा - धुपगढ़ चोटी  मध्य प्रदेश के प्रमुख पठार :- 1. मालवा का पठार  2. मध्यभारत का पठार  3. बुंदेलखंड का पठार  4. रीवा पन्ना का पठार  5. बघेलखंड का पठार  6. सतपुड़ा मैकाल श्रेणी 7. नर्मदा सोन घाटी   विंध्यांचल पर्वत श्रृंखला :-  * विंध्यांचल पर्वत नर्मदा नदि के उत्तर में पूर्व से पश्चिम की और फेला है | *...

मध्य प्रदेश की प्रमुख जनजातियाँ (Tribes of Madhya Pradesh)

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            जनजाति’ एक सामाजिक समूह है जो प्रायः निश्चित भू-भाग पर निवास करता है जिसकी अपनी भाषा, सभ्यता तथा सामाजिक संगठन होता है। 2011 की जनगणना के अनुसार जनजातियों ( tribes of Madhya Pradesh ) का प्रतिशत मध्य प्रदेश में 21.1 प्रतिशत है। लगभग 24 जनजातियां यहां निवास करती हैं। मध्य प्रदेश की प्रमुख जनजातियाँ निम्नलिखित है: 1. गोण्ड :-  *  गोण्ड की उत्पत्ति तेलुगु के ‘कोंड’ शब्द से हुई है जिसका अर्थ पर्वत है अर्थात यह जनजाति पर्वतों पर निवास करती है। * गोंड जनजाति मध्य प्रदेश व भारत की भी सबसे बड़ा जनजाति समूह है | गोंड जनजाति के लोग लगभग मध्य प्रदेश के सभी जिलो में निवास करते है | * गोंड जनजाति के लोगो का रंग काला, सर गोल, होठ मोटे, व नाक बड़ी होती है |और स्त्रिया पुरष की तुलना में काम लम्बी होती है | *  इनमे अनेक प्रकार के विवाह होते हैं,जैसे - दूध लौटाना, पठौनी, चढ़ विवाह, लमसेना विवाह *  गोंड दो प्रमुख वर्गों में विभक्त रहे हैं, राजगोंड और धुरगोंड। * प्रमुख देवता: हिन्दू देवताओं के साथ ठाकुर देव, माता बाई, दूल्हादेव, बाधेश्वर, सूरज...

मध्य प्रदेश के खनिज (Minerals of Madhya Pradesh)

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            मध्य प्रदेश में खनिज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है | जिनका मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था और ओद्योगिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान है यह खनिजो का वितरण विशिष्ट शैल समूहों के द्वारा निर्धरित किया जाता है 1. मध्य प्रदेश राज्य को भारत में हिरा उत्पादन के क्षेत्र में एकाधिकार प्राप्त है |  2. भारत में ताम्र अयस्क एवं मैगनीज अयस्क के उत्पादन में मध्य प्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त है |  3.भारत में रॉक फास्फेट एवं चूना पत्थर के उत्पादन में मध्य प्रदेश को दूसरा स्थान प्राप्त है |  4. कोयला उत्पादन के क्षेत्र में मध्य प्रदेश को देश में दूसरा स्थान प्राप्त है | प्रमुख खनिज संसाधन :- लौह अयस्क :-      * लौह अयस्क धारवाड़ क्रम की चट्टानों में पाया जाने वाला प्रमुख खनिज है |     * मैग्नेटाइट सबसे उत्तम कोटि का लौह अयस्क है |    * लौह अयस्क के उत्पादन की दृष्टि से मध्य प्रदेश का देश में 6 टा स्थान है |    * मध्य प्रदेश के जबलपुर, मंडला, बालाघाट और विदिशा आदि जिलो में लौह अयस्क के निक्षेप पाए जाते है |...

मध्यप्रदेश कि प्रमुख नदी घाटी परियोजनाऐ (Major River Valley Projects of Madhya Pradesh)

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मध्य प्रदेश में कृषि भूमि की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कई नदियों पर बांधों का निर्माण किया गया है। ये बांध पीने के पानी और पनबिजली बिजली उत्पादन के प्रमुख स्रोत के रूप में भी काम करते हैं। इनमें से कुछ बांध राज्य के पर्यटन स्थल हैं।  मध्यप्रदेश के कुछ प्रमुख बाँधो कि सूची इस प्रकार है | 1. चम्बल परियोजना :- नदी :-   चम्बल लाभान्वित जिले :-  श्योपुर, भिंड, मुरैना, ग्वालियर, मंदसौर यमुना की सहायक नदी चम्बल पर स्थित यह मध्य प्रदेश व राजस्थान की संयुक्त परियोजना है। यह देश की दूसरी बड़ी नदी घाटी परियोजना है । 2. नर्मदा घाटी परियोजना :- नदी :-  नर्मदा व उसकी सहायक 41 नदियाँ लाभान्वित जिले :-  नर्मदा के उद्गम से समापन तक सम्पूर्ण जिले व गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान प्रदेश इस परियोजना में लक्ष्य 2600 मेगावाट विधुत उत्पादन है, इस परियोजना में लक्ष्य 27.5 लाख हेक्टेयर सिंचाई है। 3. बरगी परियोजना :- नदी :-  नर्मदा लाभान्वित जिले :-  जबलपुर, मंडला, सिवनी इस परियोजना में लक्ष्य 1.50 लाख हेक्टेयर सिंचाई है। 4. बरगी अपवर्तन :- नदी :-  नर्मदा...