निष्ठा मोड्यूल 16 MP मापदंड-पूर्व-व्यावसायिक शिक्षा
निष्ठा प्रशिक्षण (NISHTHA TRAINING MODULE) क्या हैं ?
निष्ठा का पूरा नाम NISHTHA – National Initiative for School Heads
and Teachers Holistic Advancement है। जो केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (HRD) की और से शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिये
और आधुनिक रूप से बढ़ावा ने के लिए कार्य
करता है। जिसके लिए भारत सरकार की ओर से Teachers Education Program शुरू किया गया। निष्ठा प्रशिक्षण में 16 अक्टूबर
2020 से 15 जनवरी 2021 तक NCERT द्वारा निर्धारित 18 Module NISHTHA course online training Program के तहत प्रशिक्षण दिया जायेगा। निष्ठा प्रशिक्षण के तहत 8th तक के
बच्चों के बच्चों के लिए सरकार 42 लाख शिक्षकों को शिक्षण प्रदान करेगी। निष्ठा मॉड्यूल
प्रशिक्षण कार्यक्रम 2020 की अधिक जानकारी के लिए हमारे लेख के साथ अंत तक बने रहें।
निष्ठा का 16 प्रशिक्षण —MP मापदंड-पूर्व-व्यावसायिक शिक्षा
निष्ठा मोड्यूल 14 विद्यालय शिक्षा में नयी पहले
निष्ठा मोड्यूल 15 पूर्व प्राथमिक शिक्षा
निष्ठा मोड्यूल 17 MP_कोविड-19 परिदृश्य
उद्देश्य :- कार्य अनिभव के उद्देश्य को वर्णित
करना, पूर्व व्यावसायिक शिक्षा कार्यक्रम की अवधारणा एवं उसके लाभ को बता पाना |
प्रश्न 1 : शिक्षा पर राष्ट्रीय नीति …………ज्ञापित है की “व्यावसायिक शिक्षा के व्यवस्थित सुव्यवस्थित एवं कठोरता से लागू
कार्यक्रमों की शुरुआत प्रस्तावित शैक्षिक पुनर्गठन में महत्त्वपूर्ण है |
1.
2020
2.
1968
3.
1992
4. 1986
उत्तर 1 : 1986
प्रश्न 2:रोजगार कौशल माड्यूल को 9 वीं से 12 वीं कक्षा तक व्यावसायिक पाठ्यक्रम के भाग के रूप में पेश किया गया
है जिसमें संचार कौशल, स्व-प्रबंधन कौशल, सूचना एवं संचार प्रद्योगिकी कौशल ……..कौशल और हरित कौशल शामिल है –
1.
विचार कौशल |
2.
अनुकूलन क्षमता
कौशल |
3.
उद्यमिता कौशल |
4. पारस्परिक कौशल |
उत्तर 2 : उद्यमिता कौशल |
प्रश्न 3 : ईश्वर भाई पटेल समिति (1977)ने एस. यू. पी. डब्ल्यू को एक उद्देश्यपूर्ण सार्थिक के रूप में
विघटित किया …………जिसके
परिणामस्वरूप वस्तुओं या सेवाओं का काम होता है, जो समुदाय के लिए उपयोगी है –
1.
अच्छा
2.
मैनुअल
3.
मशीन
4. सामान्य
उत्तर 3 : मैनुअल
प्रश्न 4 : पूर्व व्यावसायिक शिक्षा ण केवल किताबी ज्ञान और ज्ञान के
अनुप्रयोग के बीच की सीमाओं को कम करती है, बल्कि यह बच्चों के कार्यक्षेत्रों में कौशल की आवश्यकताओं को भी
उजागर करती है इस प्रकार से उसकी मदद करती है –
1.
सभी
2.
भविष्य के लिए
करियर का रास्ता तय करें |
3.
कौशल प्रशिक्षण
के लिए तैयार करें |
4. रोजगार कौशल को विकसित करें |
उत्तर 4 : सभी
प्रश्न 5 : शिक्षा का व्यावसायिक विकास ………….और बुनयादी तकनीकी कौशल के साथ-साथ उच्च माध्यमिक स्तर पर स्कूली
शिक्षा के वर्षों के दौरान सामान्य शिक्षा के विकास का प्रावधान है और इसके लिए
माध्यमिक स्तर के बाद व्यक्तियों को रोजगार में वृद्धि करना और उन्हें रोजगार के
अवसर के लिए तैयार करना है | –
1.
पूर्व व्यावसायिक
शिक्षा |
2.
व्यावसायिक
शिक्षा |
3.
जेनटिक |
4. कार्य शिक्षा |
उत्तर 5 : जेनटिक |
प्रश्न 6 :अब पूर्व – व्यावसायिक शिक्षा को समग्र शिक्षा के तहत कक्षा से …………तक स्कूली शिक्षा के व्यावसायिक के रूप में परिकल्पित किया जा रहा
है |
1.
9वीं
2.
8वीं
3.
7वीं
4. 6वीं
उत्तर 6: 8वीं
प्रश्न 7 : महात्मा गांधी ने (1973) में कहा था कि मैनुअल और ……….कार्य को परीक्षा में जगह मिलनी चाहिए
1.
प्रायोगिक |
2.
उत्पादक |
3.
मौलिक |
4. बुनयादी |
उत्तर 7: उत्पादक |
प्रश्न 8: कार्य अनुभव को ……….के रूप में जाना जाता है –
1.
व्याहारिक कार्य |
2.
सामान्य कार्य |
3.
पूर्व – व्यावसायिक कार्य |
4. सामाजिक रूप से उपयोगी उत्पादक कार्य
उत्तर 8: सामाजिक रूप से उपयोगी उत्पादक कार्य
प्रश्न 9: योग्यता एक …………..और औसत दर्जे का ज्ञान एवं कौशल है |
1.
लागू |
2.
अवलोकनीय |
3.
प्रायोगत्मक |
4. नष्टकारी
उत्तर 9: अवलोकनीय |
प्रश्न 10: भारतीय शिक्षा को हंटर कमीशन के नाम से भी जाना जाता है जिसमें कहा
गया है की विश्विद्यालय के पाठ्क्रमों में प्रवेश परीक्षा के लिए छात्रों को तैयार
करने के पहले दो विशिष्ट धाराएँ होनी चाहिए इसकी ……..व्यवसाय के लिए |
1.
नैदानिक |
2.
सैधान्तिक |
3.
व्यावहारिक |
4. पारंपरिक |
उत्तर 10: व्यावहारिक |

Comments
Post a Comment